जाने कब आपकी आँखों से इजहार होगा,आपके दिल में हमारे लिए प्यार होगा,गुजर रही है ये रात आपकी याद में,कभी तो आपको भी हमारा इंतज़ार होगा।
ऐसा लगता है कुछ होने जा रहा है,कोई मीठे सपनों में खोने जा रहा है,धीमी कर दे अपनी रोशनी ऐ चाँद,मेरा कोई अपना अब सोने जा रहा है।शुभ रात्रि।
हर रात आपके पास चाँद का उजाला हो,हर कोई आपका चाहने वाला हो,वक़्त गुजर जाये उनकी याद के सहारे,ऐसा कोई सपनों को सजाने वाला हो।
होंठ कह नहीं सकते फ़साना दिल का,शायद नजर से वो बात हो जाए,इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का,कि शायद सपने में ही मुलाकात हो जाये।
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं,हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं,आप तो चले गए हो छोड़कर हमको,मगर हम आपसे मिलने को तरसते हैं।
इस कदर हम आपकी मोहब्बत में खो गए,एक नजर देखा और बस आपके ही हो गए,आँख खुली तो अँधेरा था, देखा एक सपना था,आँख बंद की और उसी सपने में खो गए।
मिलने आयेंगे हम आपसे ख्वाबों में,ये ज़रा रौशनी के दिये बुझा दीजिए,अब नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाकात का,ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिए।
जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना,तारों का काम है सारी रात चमकते रहना,दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना,हमारा काम है आपकी सलामती की दुआ करते रहना।